
UPL Ltd में बड़ी ब्लॉक डील

भारत की प्रमुख फ़र्टिलाइज़र कंपनी UPL Ltd ने वित्त वर्ष 2025 की जून तिमाही की रिपोर्ट जारी की है, जिसमें कंपनी ने अपने शुद्ध घाटे को घटाकर ₹88 करोड़ कर लिया है। यह पिछले साल की समान तिमाही के ₹384 करोड़ के घाटे से काफी कम है, जो कि कंपनी के प्रदर्शन में सकारात्मक संकेत देता है। इस लेख में हम UPL Ltd तिमाही रिपोर्ट, शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव और मॉर्गन स्टेनली की बड़ी ब्लॉक डील पर चर्चा करेंगे।
UPL Ltd का तिमाही प्रदर्शन
घाटा घटा ₹384 करोड़ से ₹88 करोड़ पर:
जून 2025 को समाप्त तिमाही में UPL Ltd ने शुद्ध घाटा ₹88 करोड़ दर्ज किया। पिछले साल की समान तिमाही में यह घाटा ₹384 करोड़ था। इसका मुख्य कारण मजबूत परिचालन प्रदर्शन और विभिन्न बिजनेस सेगमेंट्स में वृद्धि रहा।
EBITDA और मार्जिन में बड़ा सुधार:
तिमाही के दौरान का EBITDA पिछले साल की तुलना में 68% बढ़कर ₹3,240 करोड़ हो गया। EBITDA मार्जिन भी 13.7% से बढ़कर 20.79% तक पहुंच गया, जो कि कंपनी के बेहतर लागत प्रबंधन और राजस्व वृद्धि को दर्शाता है।
कुल आय में 11% वृद्धि:
मार्च तिमाही में कंपनी की कुल आय ₹15,573 करोड़ रही, जो कि पिछले साल की तुलना में 11% ज्यादा है। यह वृद्धि मुख्य रूप से वॉल्यूम ग्रोथ और विभिन्न बिजनेस यूनिट्स के बेहतर प्रदर्शन की वजह से हुई है।
मॉर्गन स्टेनली की बड़ी ब्लॉक डील
31 जुलाई 2025 को मॉर्गन स्टेनली एशिया (Singapore) ने UPL Ltd के 15.8 लाख शेयर एक ब्लॉक डील के जरिए खरीदे। ये शेयर ₹520.54 प्रति शेयर की कीमत पर खरीदे गए, जिससे कुल डील ₹82.24 करोड़ की हुई।
यह डील दर्शाती है कि विदेशी निवेशक UPL Ltd में दीर्घकालिक संभावनाएं देख रहे हैं, और कंपनी की वित्तीय स्थिति में सुधार को सकारात्मक मानते हैं।
कर्ज में भारी कमी
UPL Ltd ने जून तिमाही में अपना शुद्ध कर्जा ₹13,860 करोड़ से घटाकर ₹8,320 करोड़ कर लिया है।
इसमें दो मुख्य योगदान रहे:
₹4,450 करोड़ का मजबूत ऑपरेटिंग फ्री कैश फ्लो, और
दो प्रमुख कैपिटल ट्रांजेक्शन्स से हुई आय।
इससे कंपनी की बैलेंस शीट मजबूत हुई है और भविष्य में निवेश की क्षमता भी बढ़ी है।
शेयर बाजार की प्रतिक्रिया
तिमाही नतीजों के बाद यूपीएल के शेयरों में हल्की गिरावट देखने को मिली:
एनएसई पर शेयर 1.46% गिरकर ₹693.50 पर बंद हुए।
बीएसई पर शेयर ₹18.15 (2.51%) गिरकर ₹703.90 पर बंद हुए।
हालांकि, ब्लॉक डील की खबर और कंपनी के कर्ज़ में कमी ने निवेशकों को आश्वस्त किया है कि यूपीएल लंबी अवधि में स%8